तापमान में आई अचानक हल्की सी गिरावट, चारों तरफ हरियाली, धूप से राहत, और खुशनुमा मौसम, ऐसे अनेक कारण हैं जिनके चलते मानसून हम में से बहुत से लोगों का पसंदीदा मौसम बन जाता है । लेकिन इस राहत के साथ-साथ दस्तक देते हैं जलजनित संक्रमण और स्वास्थ्य व सुरक्षा संबंधी जोखिम। निश्चित तौर पर बहुत ज़रूरी हो जाता है कि मानसून का लुत्फ़ तो बेशक उठाया जाए लेकिन ख़ुद को मौसम की मार से सुरक्षित रखने के लिए भी आवश्यक कदम उठाये जाएँ। इस लेख में हम गुडगाँव में सर्वश्रेष्ठ जनरल फिजिशियन की सहायता से मानसून के दौरान सुरक्षित और स्वस्थ रहने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सलाह पर चर्चा करेंगे।
व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखें:
मानसून में संक्रमण से बचाव के लिए, व्यक्तिगत स्वच्छता का विशेष पालन करें:
स्वास्थ्य की दृष्टि से मानसून के दौरान मौलिक साफ़-सफाई का महत्त्व और भी बढ़ जाता है, लेकिन इसके साथ ही ज़रूरी है हम अपने उचित खान-पान की ओर भी ध्यान दें, क्योंकि यह संक्रमण फैलने के मुख्य स्रोतों में से एक हैं. स्वस्थ खान-पान हमारे सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है, इसके साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी सही खान-पान का ख़ास योगदान होता है. ऐसे में निम्नलिखित खाद्यों को अपने भोजन में शामिल करें:
फल का सेवन: विटामिन और खनिजों से भरपूर होने के कारण लगभग सभी तरह के फल हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं, और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मज़बूत करने में भी मदद करते हैं, लेकिन कुछ विशेष स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं जैसे- डायबिटीज, अपच, आदि के संबंध में केवल अपने संबंधित डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही इनका सेवन करें ।
अदरक और हल्दी: ये खाद्य पदार्थ प्राकृतिक रूप से वायरस और जीवाणुओं के खिलाफ लड़ने में मदद करते हैं। भोजन बनाते वक़्त इन्हें मसाले के रूप में इस्तेमाल करें और स्वाद के साथ साथ बेहतर स्वास्थ्य भी सुनिश्चित करें ।
दही: विशेष तौर से आंत के बेहतर स्वास्थ्य के लिए दही क सेवन एक बेहतरीन चुनाव है. इसलिए दही और अन्य फ़ेरमेंटेड खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करें।
भोजन के उचित चुनाव के साथ साथ ज़रूरी है कि भोजन बनाते व उनका सेवन करते वक़्त स्वच्छता बरती जाए, ऐसे में:
मच्छरों से बचाव: खाद्यों के अलावा मानसून के दौरान सामने आने वाली समस्याओं की यदि बात करें तो मच्छरों की समस्या बढ़ जाती है, और उनके साथ आते हैं डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया आदि जैसी बीमारियों के जोखिम। ऐसे में:
जलजनित बीमारियों से बचें: मानसून में जलजनित बीमारियाँ आम होती हैं, क्योंकि बहुत से इलाकों में इस दौरान जलभराव होना आम है। ऐसे में निम्नलिखित कदम जलजनित बीमारियों से बचने में मदद कर सकते हैं:
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ायें: मानसून के दौरान रोगों के बढ़ते जोखिम को देखते हुए ज़रूरी है कि रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जाए, इसलिए:
उपरोक्त बिन्दुओं व सावधानियों का पालन करते हुए हम मानसून के दौरान मौसम का लुत्फ़ भी उठा सकते हैं और अपने बेहतर स्वास्थ्य को भी सुनिश्चित कर सकते हैं।
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